राष्ट्रीय

शरद पवार बोले- धर्म और जाति के नाम पर देश को पीछे ले जाने की हो रही कोशिश, बुनियादी मुद्दों पर नहीं हो रही बात

एनसीपी अध्यक्ष और देश के वरिष्ठतम नेताओं में से एक शरद पवार ने आज बड़ा बयान दिया है। महाराष्ट्र और देश में हनुमान चालीसा तथा लाउडस्पीकर को लेकर हो रहे विवाद के बीच उन्होंने कहा कि जरूरी मुद्दों को छोड़कर देश में जाति और धर्म जैसे मुद्दों पर बहस चल रही है। इसकी वजह से देश पीछे जा रहा है। देश के पूर्व कृषि मंत्री पवार ने कहा कि हम पिछले दिनों देख रहे हैं कि जाति और धर्म के नाम पर देश को पीछे ले जाने की कोशिश की जा रही है। लोगों के मूल मुद्दे क्या हैं? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बढ़ती महंगाई, खाने और बेरोजगारी को लेकर बात होनी चाहिए। लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है।पवार की यह टिप्पणी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की एक रैली से पहले आई है, जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में यह मांग करते हुए महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश की थी कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाए जाएं। शरद पवार ने कहा कि अगर आप आज टीवी चालू करते हैं, तो कोई कहता है कि वे सभा करेंगे और कोई हनुमान चालीसा का जाप करने की मांग करेगा। क्या इन सभी सवालों से आपके बुनियादी मुद्दों का हल निकलेगा? उन्होंने कहा कि इससे लड़ने के लिए हमें शाहू महाराज, बाबासाहेब अंबेडकर के रास्ते पर चलना होगा। उन्होंने कहा कि ‘‘कुछ तत्वों’’ ने बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाकर अपना स्वार्थ हासिल करने का फैसला किया है और इसका प्रचार हो रहा है। शरद पवार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ पर उनसे मुलाकात की और राज्य में हाल के राजनीतिक घटक्रम पर चर्चा की। शिवसेना के एक नेता ने बताया कि दोनों नेताओं ने राणा दंपति से जुड़े विवाद और राज ठाकरे की मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘‘पवार और मुख्यमंत्री ठाकरे ने राज ठाकरे की मांग पर चर्चा की क्योंकि इससे मुंबई समेत राज्य के कुछ हिस्सों में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। राज के पास भेजे कई दूतों के बावजूद वह किसी की सुनना नहीं चाहते हैं।’’