प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का व्यक्तित्व राहुल गांधी की समझ से परे: गिरिराज सिंह
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर है। मोदी सरकार के खिलाफ वह जबरदस्त तरीके से हमलावर हैं। उनके बयानों पर भाजपा भी पलटवार करती है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उनपर निशाना साधा है। गिरिराज सिंह ने राहुल पर हमला करते हुए कहा कि पूरी दुनिया उन्हें एक ‘‘मसखरे’’ के रूप में जानती है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का व्यक्तित्व उनकी समझ से परे है। गिरिराज सिंह ने गुजरात में थे जहां उन्होंने ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आणंद (आईआरएमए) के 42वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस हमेशा तुष्टीकरण में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि गांधी स्वयं नहीं जानते कि वे क्या बोलते हैं। उन्होंने कहा था कि पूरी दुनिया उन्हें ‘मसखरे’ के रूप में जानती है। उनकी दादी (इंदिरा गांधी) ने एक बार संसद में कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री विदेशी धरती पर पूरे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। दूसरी ओर, उनका पोता (अपनी विदेश यात्राओं के दौरान) भारत पर आक्षेप लगा रहा है। भाजपा नेता ने कहा कि चलो कम से कम राहुल गांधी ने भगवान को याद तो किया। नहीं तो, वह हमेशा तुष्टीकरण में लगे रहते हैं, चाहे टोपी पहनने की बात हो या इफ्तार में शामिल होने की। अब, वह अपने सूट के बाहर जनेऊ (पवित्र धागा) पहनते हैं और ब्रह्माजी को याद करते हैं। मोदी का व्यक्तित्व उनकी (राहुल गांधी) समझ से परे है। यह पूछे जाने पर कि आजकल राजनीतिक वार्ता विकास के बजाय धर्म के इर्द-गिर्द क्यों घूमती है, सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसी राजनीति में कभी शामिल नहीं रही है। कांग्रेस नेता गांधी ने बुधवार को अमेरिका में कैलिफोर्निया प्रांत के सांता क्लारा में प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें एक ऐसा व्यक्ति बताया था, जो सोचते हैं कि वह भगवान से अधिक जानते हैं। उन्होंने कहा था, ‘‘असल में, ऐसे लोगों को यह लगता है कि वे भगवान से भी अधिक जानते हैं। उन्हें भगवान के साथ बैठा दिया जाए तो वह उन्हें भी समझा देंगे कि क्या कुछ हो रहा है। जाहिर है कि हमारे प्रधानमंत्री उसका एक उदाहरण हैं।’’ कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘‘यदि आप मोदीजी को भगवान के साथ बिठा दें, तो वह उन्हें विस्तार से समझा सकते हैं कि ब्रह्मांड कैसे चलता है और भगवान भी चकरा जाएंगे कि ये मैंने क्या बनाया है।’’