किरेन रिजिजू बोले- IOC को चीन की नाजायज़ कार्रवाई पर लगानी चाहिए लगाम
हांगझोऊ एशियाई खेलों से पहले भारत और चीन के बीच विवाद बढ़ गया है। चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के वुशु एथलीटों को वीजा देने से इनकार करने के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बीजिंग पर निशाना साधते हुए कहा कि इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। यह खेल की भावना और एशियाई खेलों के संचालन को नियंत्रित करने वाले नियमों दोनों का उल्लंघन करता है, जो स्पष्ट रूप से सदस्य देशों के प्रतिस्पर्धियों के खिलाफ भेदभाव को प्रतिबंधित करता है। रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश कोई विवादित क्षेत्र नहीं बल्कि भारत का अभिन्न अंग है। किरेन रिजिजू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के संपूर्ण लोग अपनी भूमि और लोगों पर चीन के किसी भी अवैध दावे का दृढ़ता से विरोध करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति को चीन की नाजायज़ कार्रवाई पर लगाम लगानी चाहिए। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली भारत की तीन प्रमुख महिला वुशू खिलाड़ियों को एशियन गेम्स में जाने नहीं दिया गया। तीन खिलाड़ियों के नाम मेपुंग लाम्गु, ऑनिलु तेगा और न्येमान वांगसु है। तीनों प्लेयर्स भारत की 11 मेंबर वाली वुशू टीम का हिस्सा थी, जिसमें सात पुरुष और चार महिला एथलीट शामिल थी। परिणामस्वरूप केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हांग्जो में 19वें एशियाई खेलों की मान्यता में भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ चीनी भेदभाव के मद्देनजर चीन की निर्धारित यात्रा रद्द कर दी। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पहले एशियाई खेलों के लिए चीन का दौरा करने वाले थे, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। एशियाई खेलों का आधिकारिक आगाज 23 सितंबर को होगा।