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‘लोकतांत्रिक संस्था का अनादर करते हैं राहुल गांधी’, पीयूष गोयल बोले- उन्हें वंशवादी मानसिकता से आना चाहिए बाहर

मानहानी के मामले में सूरत की अदालत ने आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई। हालांकि, राहुल की जमानत याचिका भी मंजूर कर ली गई। फिलहाल पूरे मामले को लेकर कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलवार है। इन सब के बीच केंद्रीय मंत्री और नेता राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। पीयूष गोयल ने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी हर लोकतांत्रिक संस्था की अवहेलना और अनादर करते हैं, चाहे वह संसद हो या न्यायपालिका। उन्होंने कहा कि उन्हें इस वंशवादी मानसिकता से बाहर आना चाहिए और यह महसूस करना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति देश से बड़ा नहीं है, भारत के लोगों से बड़ा नहीं है, भारत के संविधान से बड़ा नहीं है और किसी को भी खुद को कानून से ऊपर नहीं समझना चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि इस देश में हमारे पास उच्च सत्यनिष्ठा वाली संस्थाएं हैं जिनके कामकाज पर कभी किसी ने सवाल नहीं उठाया। दुर्भाग्य से, राहुल गांधी ने कभी भी उच्च संवैधानिक कार्यालयों का सम्मान नहीं किया, जिसमें उनके अपने पीएम डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यालय भी शामिल है। उन्होंने कहा कि आपको याद है कि उन्होंने तत्कालीन यूपीए सरकार पर कैसे हमला किया था और तत्कालीन पीएम डॉ मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली पूरी कैबिनेट द्वारा लिए गए एक वैध निर्णय को फाड़ दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से आग्रह करूंगा कि अगर वह सत्य और प्रेम की राजनीति का प्रतिनिधित्व करते हैं, जैसा कि वे दावा करते हैं, तो उन्हें इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि आज पीएम नरेंद्र मोदी भारत और दुनिया भर में सबसे प्यारे, प्रशंसित और सबसे भरोसेमंद नेता हैं। पीयूष गोयल ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी को अपने गैर-जिम्मेदाराना, अपमानजनक बयानों की श्रृंखला के लिए भारत के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने अपने लंदन यात्रा के दौरान भारत के लोकतंत्र को लेकर कुछ बाते कही थी जिसको लेकर भाजपा हमलावर है। भाजपा लगातार उनसे मापी की मांग कर रही है। सूरत ज़िला कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दोषी करार दिए जाने पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्हें ज़मानत मिल गई है।ये(BJP) लोग पहले जज को बदलते गए,हमें अंदाज़ा लग रहा था लेकिन हम कानून में विश्वास रखने वाले लोग हैं।कानून के तहत ही हम लड़ेंगे।