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गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों से फोन पर बात की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजौरी में हुए आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के परिवारों से शुक्रवार को फोन पर बात की और इस संकट का सामना करने के लिए उनके धैर्य की सराहना की। हालांकि शाह का इरादा धंगरी गांव में परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मिलने का था, लेकिन खराब मौसम के कारण ऐसा नहीं हो सका और उन्होंने उनसे फोन पर बात की। गृह मंत्री शुक्रवार को यहां पहुंचे और जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की एक उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की। शाह ने कहा, ‘‘मैं यहां राजौरी में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों से मिलने और उनका दुख साझा करने आया हूं। मैं खराब मौसम के कारण गांव नहीं जा सका, लेकिन मैंने सभी सात पीड़ित परिवारों के सदस्यों से फोन पर बात की है।’’शाह के साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी थे। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘उनका साहस देश के लिए एक उदाहरण है और उन सभी का मानना था कि यह हमारा क्षेत्र है और हम (आतंकवादी खतरे के मद्देनजर) इसे नहीं छोड़ेंगे।’’ शाह ने कहा कि कुछ परिवार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आए थे और वे इतनी बड़ी घटना के बावजूद आतंकवादियों का सामना करने को तैयार हैं। आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इन हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आतंकवादी हमले में दो बेटों को खोने वाली सरोज बाला ने कहा, ‘‘गृह मंत्री ने मुझसे फोन पर बात की। मैंने उनसे अनुरोध किया कि मेरे बेटों के हत्यारों को पकड़ें और सुनिश्चित करें कि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।’’ गौरतलब है कि एक जनवरी को राजौरी के धंगरी गांव में आतंकवादियों की गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अगले दिन एक ‘आईईडी’ विस्फोट में दो बच्चों की मौत हो गई थी।