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तोमर ने कहा- खेती को लाभकारी क्षेत्र बनाने के लिए फसल उत्पादकता बढ़ाने की जरूरत

कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कृषि उत्पादकता और फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ कृषि गतिविधियों को लाभदायक बनाने पर जोर दिया है। तोमर ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस क्षेत्र के कुल विकास के लिए ऐसा करना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि जागरूकता के जरिये कृषि-रसायनों और उर्वरकों के संतुलित उपयोग की आवश्यकता है। एक कार्यक्रम ‘इंडिया केम 2022’ को संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि सरकार ने कृषि-रसायन उद्योग में विभिन्न सुधार किए हैं और यह प्रक्रिया निजी कंपनियों सहित सभी अंशधारकों के परामर्श के साथ जारी रहेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रयास करेगी। तोमर ने भारत की वास्तविक क्षमता का अहसास करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों और क्षेत्रों में समन्वित और व्यापक प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया। दो दिन के कार्यक्रम का आयोजन रसायन और उर्वरक मंत्रालय के साथ उद्योग मंडल फिक्की द्वारा किया गया था। फिक्की के बयान के अनुसार, रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने कहा कि भारतीय कृषि समय के साथ बदल रही है और नई तकनीकों और उपकरणों को अपनाने की जरूरत है। कृषि विभाग के सचिव मनोज आहूजा ने कहा कि भारत कृषि रसायन क्षेत्र में विश्व के अग्रणी देशों में शामिल हो सकता है और निर्यात में 10 गुना वृद्धि की गुंजाइश है। फिक्की फसल संरक्षण समिति के अध्यक्ष और धानुका एग्रीटेक के समूह अध्यक्ष आर जी अग्रवाल ने कहा कि कृषि-रसायन क्षेत्र – राष्ट्र को भोजन, पोषण, स्वास्थ्य, धन और पर्यावरण सुरक्षा प्रदान करने के लिए कृषि क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण आदानों में से एक है। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि उत्पादकता में सुधार लाने में कृषि रसायन एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। सरकार ने इस क्षेत्र की विनिर्माण क्षेत्रों के तहत 15 चैंपियन उद्योगों में से एक के रूप में पहचान की है। यूपीएल के निदेशक विक्रम श्रॉफ ने कहा कि भारत में रसायन और कृषि-रसायन क्षेत्र में और अधिक निवेश होगा।