एक मुलाकात ने कर्नाटक में दी नई अटकलों को हवा, क्या कांग्रेस में होगी टूट या पाला बदलने वाले हैं येदियुरप्पा?
कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस नेता के बीच हुई एक मुलाकात ने प्रदेश का सियासी पारा बढ़ा दिया है। खबर है कि कांग्रेस विधायक लक्ष्मी हेब्बलकर ने कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा से उनके बेंगलुरु स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की है। अचानक दोनों नेताओं की मुलाकात ने राज्य में नई सियासी अटकलों को हवा दी है। बेलागवी ग्रामीण विधायक हेब्बलकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के विश्वासपात्र माने जाते हैं। उनके बीजेपी के कद्दावर नेता से मुलाकात की खबर के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस विधायक येदियुरप्पा से शिवकुमार के एक संदेश के साथ मिले। हालांकि हेब्बलकर ने यात्रा के किसी भी राजनीतिक मकसद से साफ इनकार किया है। कांग्रेस विधायक लक्ष्मी हेब्बलकर ने कहा कि येदियुरप्पा हमारे समुदाय के एक वरिष्ठ नेता हैं। यह एक सौहार्दपूर्ण भेंट थी। चूंकि आज गुरु पूर्णिमा है, इसलिए मैं उनका आशीर्वाद लेने के लिए उनसे मिला। मैंने राजनीति के अलावा कई पहलुओं पर उनका मार्गदर्शन मांगा। उन्होंने कहा कि वह पंचमसालियों के लिए 2ए कैटेगरी के तहत आरक्षण चाहते थे, लेकिन राजनीतिक कारणों के चलते ऐसा नहीं कर सके। “हालांकि, हम जल्द ही आरक्षण प्राप्त करने के लिए आश्वस्त हैं। राज्य के सबसे बड़े लिंगायत नेता येदियुरप्पा कथित तौर पर नाखुश बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि आलाकमान ने उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र को बोम्मई कैबिनेट में मंत्री बनाने के उनके प्रस्ताव पर विचार नहीं किया। वहीं राज्य में कांग्रेस लिंगायतों को लुभाने के प्रयास में लगातार लगी है। समुदाय में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए ही एमबी पाटिल को अपने चुनाव अभियान अध्यक्ष बनाया।