केंद्र के 10 लाख नौकरी के वादे पर राहुल गांधी का तंज, ये जुमलों की नहीं, ‘महा जुमलों’ की सरकार है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों से रोजगार को लेकर मिशन मोड में काम करने को कहा है। इसी के तहत प्रधानमंत्री ने अगले 18 महीनों में 10 लाख पदों को भरे जाने कभी निर्देश दिया है। इसको लेकर अब विपक्ष तंज रहा है। इन सबके बीच मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय के पूछताछ का सामना कर रहे राहुल गांधी ने भी इस पर तंज किया है। एक ट्वीट के जरिए राहुल गांधी ने लिखा कि जैसे 8 साल पहले युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियों का झांसा दिया था, वैसे ही अब 10 लाख सरकारी नौकरियों की बारी है। ये जुमलों की नहीं, ‘महा जुमलों’ की सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी नौकरियां बनाने में नहीं, नौकरियों पर ‘News’ बनाने में एक्सपर्ट हैं। इससे पहले कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा था कि देश में सबसे ज़्यादा बेरोजगारी है और मोदी जी ने हर साल 2 करोड़ रोज़गार देने का वादा किया था यानि 8 साल में 16 करोड़ रोज़गार देने थे लेकिन अब मोदी जी कह रहे हैं कि 2024 तक केवल 10 लाख नौकरियां देंगे। तो 16 करोड़ नौकरियों का क्या हुआ? वहीं, सरकारी सूत्रों के मुताबिक विभिन्न विभागों और मंत्रालयों से रिक्त पदों की विस्तृत जानकारी मांगी गयी थी, और इसकी पूरी समीक्षा करने के बाद प्रधानमंत्री ने 10 लाख लोगों की भर्ती के निर्देश दिए। पिछले विधानसभा चुनावों में विपक्षी दलों ने बेरोजगारी के मुद्दे को जोरशोर से उठाया था लेकिन भाजपा ने कल्याणकारी योजनाओं और विकास के साथ हिन्दुत्व के मुद्दों को आगे रखते हुए विपक्षी आक्रमण की धार कुंद कर दी थी और सफलता हासिल की थी।